15 अगस्त को देर रात खोले गए भाखड़ा बांध के दो गेटों के पानी का असर सतलुज नदी से सटे इलाकों पर पड़ा। आपको बता दें कि 10 जुलाई को भी लुधियाना में सतलुज नदी में बाढ़ के हालात शुरू हो गए थे। वहीं, लुधियाना में सतलज नदी के किनारे के 15 से 20 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। जिससे इन क्षेत्रों में किसानों द्वारा लगाई गई धान की फसल बर्बाद हो गई। आज 16 अगस्त को सतलज नदी का जलस्तर 236 प्वाइंट 238 पर पहुंच गया है। प्वाइंट नदी की बाढ़ की चेतावनी की घंटी है। ऐसे में लुधियाना और जालंधर के साथ लगते सतलुज दरिया क्षेत्र के लोगों में एक बार फिर से सौहार्द का माहौल देखने को मिल रहा है।