पलवल के निकटवर्ती गांव छात्र गांव से बस से निकट के शहर में पढ़ाई करने के लिए जाती थी। गत दिवस बुधवार को भी वह स्कूल के पास जब घर जाने के लिए बस स्टैंड जा रही थी तभी मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए तीन किशोर लड़कों ने उसे जबरदस्ती अपनी मोटरसाइकिल पर बिठा लिया और उसे अज्ञात स्थान पर एक खंडहर में ले गए जहां जाकर तीनों ने उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। प्रीता की रोने और सीखने की आवाज सुनकर वहां पहुंचे कुछ लोगों ने अंडर को और लड़की से पूछताछ की तो लड़को ने बताया कि हमारे बुआ की लड़की है।
बता दें कि किसी बात पर नाराज होकर घर से रूठ कर चली आए लेकिन उन लोगों की नजर जब लड़की के गले में पड़ी हुई माला और हाथ में बंधे हुए कलावे पर पड़ी तो उन्हें शक हुआ। उन्होंने कहा कि यह लड़की तो किसी हिंदू परिवार की है। तुम झूठ बोल रहे हो, तभी पीड़िता ने उन्हें सारी बात सच सच बता दी जिसके बाद उन लोगों के द्वारा पीड़िता लड़की के परिजनों मौके पर बुलाने के बाद पुलिस को बुलाकर तीनों आरोपितों को पुलिस के हवाले कर दिया। हथीन थाना पुलिस ने दिल्ली लड़की के परिवार जन को मुकदमे के लिए पीड़िता और उसके परिवार के लोगों को पलवल महिला थाने भेज दिया जहां देर रात आरोपितों के खिलाफ दुष्कर्म, अपहरण तथा पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया और प्रीता को जिला अस्पताल जाकर उसकी मेडिकल जांच कराई आज तीनों आरोपियों को पुलिस ने चैनल कोर्ट में पेश किया बता दे तीनों आरोपी तो की उम्र भी 16 और 17 वर्ष बताई गई है। जिसके कारण उन्हें आज जुलाई कोर्ट में पेश किया गया।
पीड़ित लड़की की मां ने तीनों आरोपियों की फांसी की सजा की मांग की है उनका कहना है कि आज मेरी लड़की के साथ ऐसा किया है कल को यह लोग फिर किसी की बेटी के साथ ऐसा करेंगे । इसलिए इन्हें तथा इस तरह के लोगों को फांसी दे दी जानी चाहिए।इस संबंध में महिला थाना पुलिस प्रभारी इंस्पेक्टर सुशीला तथा डीएसपी शाकिर हुसैन की बाईट लेने का प्रयास किया गया लेकिन पुलिस ने मामला संवेदनशील होने के कारण वाइट देने से इनकार कर दिया। क्योंकि लड़की अलग समुदाय से संबंध रखती है और आरोपित तीनों लड़के दूसरे समुदाय से संबंध रखते हैं। जिसके कारण पुलिस ने इस मामले को दबाकर रखने का प्रयास किया लेकिन पीड़ित परिवार ने मीडिया के सामने मुखर होकर फांसी जी सजा की मांग की है।